वन्दना शर्मा
देश की राजधानी दिल्ली
में इन दिनों महिलाओं के खिलाफ बढ़ते जा रहे अपराधों से यहां की महिलाएं खुद को
असुरक्षित महसूस करने लगी हैं। आप सभी के देखते-देखते दिल्ली कैपिटल से रेप कैपिटल
में तब्दील हो गई है। ऐसे में जरूरी है कि आप स्वयं ऐसे कदम उठाने के लिए तैयार रहें
जिनसे अपराधियों का डटकर मुकाबला किया जा सके। उनके मंसूबों को नाकाम कर सकें।
अक्सर देखा गया है कि अधिकतर अपराधी ऐसी महिलाओं को अपना शिकार बनातें हैं जिनका
ध्यान अपने आस-पास के लोगों की हरकतों पर नहीं होता। इसी भटके हुए ध्यान का फायदा
उठाकर मनचले इन वारदातों को अंजाम देने में कामयाब हो जाते हैं।
ऐसे समय में लड़कियों
और महिलाओं को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं ही उठानी होगी ताकि आपके साथ कोई
अनहोनी न हो। इसके लिए बस सतर्क रहने की जरूरत है और यह कोई मुश्किल काम नहीं है।
थोड़ी सावधानी बरतने से आप एक सुरक्षित माहौल में अपना ख्याल रखने में सक्षम हो
सकेंगी। हम आपको सलाह देतें हैं कि जब भी आप घर से बाहर हों तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें-
- महिलाओं को अपने साथ कोई न कोई ऐसा सामान अपने पास रखना चाहिए जिसका समय आने पर हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सके।
- किसी भी समय पार्किंग एरिया में अकेले न जाएं।
- जब आप ऑफिस से लौट रहीं हों तब उस कैब या ऑटो नंबर किसी करीबी तक जरूर भेजें।
- अपने आस-पास के माहौल को पहचानें और कुछ भी गलत महसूस होने पर वहां से तुरंत निकलने की कोशिश करें।
- यदि आपको महसूस हो कि कोई आपका पीछा कर रहा है तो इसकी सूचना पुलिस को तत्काल देने के साथ-साथ कोई ऐसी जगह देखें जहां आपकी मदद के लिए अन्य लोग हों।
- सड़कों पर चलते समय, बस में सफर करते समय, दफ़्तर से निकलते या कॉलेज से लौटते हुए यहां-वहां वातावरण का ऑबसर्वेशन करें।
- यदि आप किसी गलत रास्ते पर आ गईं हैं या फिर कहीं भटक गईं हैं तो हैरानी से यहां वहां न देखें जिससे कि किसी को उस जगह से आपके अंजान होने का पता चल जाए। ऐसे में आप किसी रिक्शा से किसी नजदीकी मैट्रो स्टेशन पहुंचने की कोशिश करें।
- किसी भी व्यक्ति से कार में लिफ्ट लेने से पूरी तरह बचें। यदि कोई जानकार है तो भी उस व्यथ्ति के सामने फोन पर अपने घरवालों से बात कर उसके साथ होने की बात कहें ताकि उसे इस बात का ख्याल रहे कि आपकी जानकारी औरों को दे दी गई है।
- यदि आपको किसी से रास्ता पूछना है तो उस व्यक्ति पर भरोसा न करें जो आपको उसी जगह साथ चलने या वहां पहुवाने की बात कहे।
- बस में अकेले सवारी करने से बचें।
- दोस्तों के साथ उनके फ्लैट पर न जाएं और न ही दोस्तों के साथ एल्कोहल का सेवन करें।
- आजकल युवाओं में फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर दोस्ती करने का प्रचलन बहुत बढ़ गया है। इन माध्यमों के ज़रिये बने दोस्तों से मिलने का प्रस्ताव कभी स्वीकार न करें। ऐसे लोग आपको फंसाने की जुगत भिड़ाने की फिराक में रहते हैं। यदि मुलाकात करना जरूयरी हो तो केवल सार्वजनिक स्थानों पर मिलना बेहतर होगा।
- सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर धमकियां या अश्लील मैसेज आने की बातें भी उभरकर सामने आईं हैं। ऐसी स्थिति आने पर पुलिस को इसकी जानकारी दी जाए जिससे पुलिस साइबर एक्सपर्ट की मदद से आरोपी को पकड़ती है। इससे किसी बड़े अपराध के होने से पहले ही उसे रोका जा सकता है।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति.. आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉग समूह में सामिल की गयी और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा कल - सोमवार - 30/09/2013 को
ReplyDeleteभारतीय संस्कृति और कमल - हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः26 पर लिंक की गयी है , ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया पधारें, सादर .... Darshan jangra
बहुत सुन्दर .
ReplyDeleteनई पोस्ट : भारतीय संस्कृति और कमल