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Friday, August 2, 2013

सब कुछ तो है मेरे पास

 











तंग गलियारों से
मैं निकली
खुली खिड़की
खुले दरवाजे
खुला वो आसमान
सिरहाने रखी रौशनी
मेरे हिस्से का प्यार
तेरे इश्क की खुश्बू
सब कुछ तो है मेरे पास
नजाकत भरे
वो पल
गुनगुनाती सांसे
लहराती जुल्फें
झुकती निगाहें
मुस्कुराते होंठ
सब कुछ तो है मेरे पास...

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